Farming: इस फसल की खेती करायेगी बंपर कमाई, देशभर में है इतनी डिमांड की कुछ ही दिनों में पैसे से भर जाएगी आपकी झोली काजू का इस्तेमाल शराब बनाने के लिए भी किया जाता है। यही कारण है कि बड़े पैमाने पर काजू की खेती की जाती है। काजू की खेती शानदार मुनाफे की खेती है किसानों को इसमें किसी तरह का कोई नुकसान नहीं उठाना पड़ता है जिस कारण इसकी खेती काफी ज्यादा की जाती है।
जानिए कैसे करें खेती
काजू की खेती के लिए उचित तापमान का होना बहुत ही जरुरी है। जिन जगहों पर तापमान सामान्य रहता है वहां पर इसकी खेती करना अच्छा माना जाता है। इसके लिए समुद्रीय तलीय लाल और लेटराइट मिट्टी को इसकी फसल के लिए अच्छा माना जाता है। इन मिट्टियों में इसकी पैदावार काफी अच्छी होती है। अच्छी पैदावार के लिए इसे नमी और सर्दी बचाना होता है। ताकि काजू खराब न हो पाए। काजू के पौधो को 700 से 800 mm की बारिश की जरुरत होती है। जिससे इनका उत्पादन काफी अच्छा होता है। इसे लगाने के लिए दो पौधों के बीच की दूरी 4 मीटर होना चाहिए। इसके पौधे लगाने से पहले गड्ढा खोदकर गड्ढे में गोबर की खाद को उचित मात्रा में मिट्टी से मिला कर भरना होता है। इसके बाद अच्छे से गड्ढों को भरकर इसकी सिंचाई करनी होती है। जिससे पेड़ अच्छी तरह लग सके।
देशभर में है भारी डिमांड
काजू की डिमांड पुरे देश से लेकर विदेशों तक की जाती है। जिस कारण इसकी कीमत भी काफी ज्यादा होती है। काजू की खेती से किसानों को दोगुना मुनाफा होता है जिससे उनकी आय बढ़ती है। काजू की खेती किसानों को बंपर मुनाफा देने वाली खेती होती है। काजू खाना स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभदायक माना जाता है। जिससे इसकी डिमांड लोग काफी ज्यादा करते है।
कितना होता है मुनाफा
यदि हम एक बार काजू का पेड़ लगा दें तो उससे सालो साल फल मिलते हैं। एक एकड़ में काजू के 500 पेड़ लगते हैं। एक पेड़ से 20 से 30 kg काजू मिलता है। ये काजू बाजार में काफी ऊँची कीमतों में बेचा जाता है इसकी साडी प्रोसेस पूरी हो जाने में जितना खर्चा नहीं लगता उससे कहीं ज्यादा इसमें कमाई हो जाती है इसलिए काजू की खेती को किसानों के लिए वरदान मन गया है।