बारिश के मौसम में करिये इन सब्जियों की खेती, करवाएंगी बम्पर मुनाफा भारतीय किसानों के लिए अगस्त महीना खास महत्व रखता है, क्योंकि इस महीने में मानसून और आर्द्रता के बीच खेतों में अच्छी नमी होती है। इस दौरान वर्षा जल संचयन (Rain Water Harvesting) का अवसर मिलता है, जिससे खेती का खर्च बचता है और पौधों का विकास भी तेजी से होता है। इस मौसम में खरीफ फसलों की पछेती खेती और सर्दी फसलों की तैयारियां के लिए अगस्त का महीना बेहतर रहता है। इससे किसान बागवानी फसलों की खेती और सब्जियों की सह-फसल खेती करके अधिक आमदनी का इंतजाम कर सकते हैं।
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गाजर की खेती
गाजर की खेती के लिए खेत में जैविक विधि अपनाना चाहिए और 2 से 3 फीट गहरी जुताईयां लगानी चाहिए। हर जुताई के बाद खेत में पाटा जरूर लगाना चाहिए, जिससे मिट्टी की संरचना भुरभुरी और खिली-खिली रह सके। समतलीकरण के बाद खेत में कंपोस्ट खाद डालने से मिट्टी को नमी मिलती है। गाजर की उन्नत किस्मों में पूसा केसर, घाली, पूरा यमदग्नि, नेन्ट्स आदि शामिल हैं।
शलजम की खेती
अगस्त महीने में शलजम की खेती के लिए सर्वोत्तम फसल होती है। इसे बलुई और रेतीली मिट्टी में बोना जाना चाहिए। मिट्टी में सख्ती और चिकनापन के लिए बुवाई से पहले 3 से 4 जुताईयां लगानी चाहिए और पाटा लगाकर पूरे खेत में कंपोस्ट फैलाना चाहिए। शलजम एक कंद है, जिसकी खेती सब्जी और औषधी दोनों के उद्देश्य से की जाती है।
फूलगोभी की खेती
बारिश के साथ हल्की ठंडक वाले अगस्त महीने में फूलगोभी की बुवाई के लिए सबसे अच्छा समय होता है। फूलगोभी की पौधशाला इसी महीने से तैयार कर सकते हैं, जिससे सर्दियों में फूलगोभी की रोपाई सिंतबर तक हो जाती है। इसकी खेती में सावधानियां बरतने से बेहतर क्वालिटी का स्वस्थ उत्पादन मिलता है। जैविक विधि से खेत की तैयारी और जल निकासी का प्रबंध करने से फूलगोभी की खेती में आर्थिक लाभ होता है।
पालक की खेती
अगस्त में पालक की बुवाई करने पर सर्दियों तक पालक की तीन बार बेहतरीन पैदावार मिलती है। इसकी खेती जैविक विधि से करने से अधिक आमदनी होती है। समय पर पानी देने से उत्पादन में वृद्धि होती है और उचित पौधशाला का ध्यान रखने से पालक की खेती सफल होती है।
उपसंरचना
उपरोक्त खेती विधियों का अनुसरण करके भारतीय किसान अधिक मुनाफा कमा सकते हैं और अपनी खेती को और भी समृद्धि पूर्ण बना सकते हैं। उन्नत किस्म के बीजों का उपयोग करने से उत्पादन में वृद्धि होती है और जैविक विधि से खेत की तैयारी करने से उत्पादन में बेहतरीन परिणाम मिलते हैं। इससे आपको अधिक मुनाफा होगा और आपकी खेती में समृद्धि होगी।
समाप्ति
बारिश के मौसम में इन सब्जियों की खेती करके भारतीय किसान बम्पर मुनाफा कमा सकते हैं। यह सब्जियां बरसात और उमस के मौसम में भी अच्छा उत्पादन करती हैं और खेती के खर्च को कम करती हैं। इसलिए अगस्त महीने में इन सब्जियों की खेती एक अच्छा विकल्प होता है।
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