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आ रही है मार्केट में गटर के पानी से चलने वाली यह अद्भुत Electric SUV, पेट्रोल डीजल की जगह भरा जाता है गटर का पानी

आ रही है मार्केट में गटर के पानी से चलने वाली यह अद्भुत Electric SUV, पेट्रोल डीजल की जगह भरा जाता है गटर का पानी, दुनिया की एक फेमस कार कंपनी ने एक एसयूवी बनाई है जो गटर के पानी से चलेगी आम बजट-2023 में इलेक्ट्रिक कारों के सस्ता होने की बात सामने आई है. इसको लेकर खूब चर्चा हो रही है क्या आप जानते है गटर के पानी से भी कार चलाई जा सकती है आईये आपको बता दे आज की टेक्नोलॉजी इतनी बढ़ चुकी है की इलेक्ट्रिक वाहन को भी पीछे छोड़ बिना बैटरी वाली इलेक्ट्रिक कार आ गई है जो गटर के पानी से चलने में सक्षम है यह एक शानदार नयी टेक्नोलॉजी है .एक बार गटर का पानी भरवाने के बाद वह करीब 2000 किमी का रेंज देती है. इसकी बिक्री भी शुरू होने वाली है. यह लाइन पढ़कर आप एक मिनट के लिए सोच में पड़ जाएंगे कि आखिर ये हो क्या रहा है. लेकिन, यह साइंस का कमाल है, लेकिन आज हम आपको साइंस की एक ऐसी वास्तविक दुनिया में ले चल रहे हैं जहां कुछ भी असंभव नहीं है. दुनिया की एक प्रमुख कार रिसर्च कंपनी ने एक एसयूवी बनाई है जो इलेक्ट्रिक तो है लेकिन उसमें बैटरी नहीं है. वह एसयूवी गटर के पानी यानी वेस्ट वाटर से चलती है.

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आ रही है मार्केट में गटर के पानी से चलने वाली यह अद्भुत Electric SUV, पेट्रोल डीजल की जगह भरा जाता है गटर का पानी

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आ रही है गटर के पानी से चलने वाली Electric SUV, डीजल के टैंक में भरा जाता है गटर का पानी, जानिए डिटेल्स 10

New Electric SUV जो चलेगी गटर के पानी से

New Electric SUV जो चलेगी गटर के पानी से आईये आपको बताते है की किस पानी से चलती है यह गाड़ी क्वांटिनो ट्वेटीफाइव एक बिल्कुल अलग तकनीक से चलने वाली कार है. इसमें नैनो-स्ट्रक्चर्ड बाइ-इयॉन मोलेकुल्स (Nano-Structured bi-ION molecules) का इस्तेमाल किया गया है. ये मोलेकुल्स बैटरी की जगह समंदर के पानी या इंडस्ट्रियल वाटर वेस्ट (गटर का पानी) का इस्तेमाल करते हैं. यह पानी एक बायोफ्यूल की तरह काम करता है. यहां फ्यूल की जो एफिसिएंसी मिलती है वो मॉडर्न लीथियम ऑयन बैटरियों की तरह है. इसके साथ ही इसमें कोई प्रदूषण नहीं निकलता. कोई आवाज भी नहीं होती. बॉयोफ्यूल नॉन टॉक्सिक, नॉन फ्लेमेबल और नॉन हैजार्डस है. यानी न तो जहरीला, न ही आग पकड़ने वाला और न ही खतरनाक है. इसे करीब 125 लीटर के दो टैंक में भरा जाता है. इसी से बिजटी पैदा होती है और यह बिजली इस SUV में लगे लो वोल्टेज वाले 60kW के चार मोटर को पावर देती है. ये चारों मोटर ही कार के चारों पहियों को रोटेट हैं.

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New Electric SUV में electrolytic कैपिसिटर लगाया गया है

इससे पीछे लीथियम ऑयन बैटरी का विकास रहा है. इसमें एक कॉम्पैक्ट इलेक्ट्रोलाइटिक कैपासिटर लगाया गया है जो शुरू में लो वोल्टेज वाले नैनोफ्लोसेल को पावर देता है. इसके बाद नैनोफ्लोसेल खुद बिजली बनाने लगते हैं और यह बिजली इस एसयूवी में लगे चारों मोटर को पावर देती है.यह कार जीरो से 100 की स्पीड करीब 3 सेकेंड में पकड़ लेती है. इस तरह SUV के भीतर यह पूरी प्रक्रिया सेकेंड से भी कम समय में होती है और दरअसल, क्वांटिनो ट्वेटीफाइव (Quantino twentyfive) में जो तकनीक इस्तेमाल की गई है वो कोई क्रांतिकार तकनीक नहीं है. दुनिया में 100 साल से अधिक समय से इलेक्ट्रिक कार तकनीक रही है. हालांकि बीते कुछ वर्षों में इसमें क्रांति आई है और यह काफी पॉपुलर हुआ है.

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New Electric SUV का सबसे हटके नया प्लान

इसमें बैटरी की जगह bi-ION मोलेकुल्स का इस्तेमाल किया गया है. इससे बैटरी की तुलना में ऊर्जा स्टोर करने की एफिसिएंसी बढ़ गई है और यह ज्यादा सुरक्षित भी है.आज दुनिया इलेक्ट्रिक कार की तरफ दौड़ रही है. लेकिन इस बैटरी की भी अपनी सीमाएं हैं और इस कारण दुनिया में इसके विकल्प की तलाश जोर-शोर से चल रही है. क्वांटिनो ट्वेटीफाइव में ऊर्जा को स्टोर करने का कॉन्सेप्ट बदल दिया गया है. यह चार सीटर एसयूवी है. इसकी रूफ के हटाया जा सकत है. इसमें लगे चारों मोटर से 320 हॉर्सपावर की पावर मिलता है. दूसरी चीज कि ये मोलेकुल्स समंदर या गटर के पानी से हासिल किए जाते हैं. इस कारण इसके लिए बेहद खर्चीला रिचार्जिंग सिस्टम की जरूरत नहीं है

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