भारतीय इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) कानपुर, जो इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपने प्रसिद्धांत होने के लिए जाने जाते हैं, अब भारतीय गणित, मनोविज्ञान, रसायन विज्ञान, पदार्थ विज्ञान, धातु विज्ञान, भारतीय वास्तुकला, वास्तु शास्त्र, प्राचीन भारतीय खगोल विज्ञान, पशु आयुर्वेद, योग, और भारत की सतत समुद्री परंपरा का अध्ययन कराने का नया मंच बना रहा है।
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SIKSA रिसर्च सेंटर का हुआ उद्घाटन
IIT कानपुर ने हाल ही में भारतीय ज्ञान प्रणाली (Indian Knowledge System या IKS) के लिए SIKSA रिसर्च सेंटर का उद्घाटन किया है, जिसका उद्देश्य भारतीय ज्ञान प्रणाली को अपने शैक्षणिक पाठ्यक्रम और अनुसंधान में एकीकृत करना और दुनिया के लिए अधिक पहुँचाने में मदद करना है।
Government of India selected 17 centres in HEIs including @IITKanpur, @iitbombay, @IITBHU_Varanasi, Aryabhatta College (DU), and Trinity College of Engineering, Pune to develop curated content videos & support material on various Indian Knowledge System (IKS) topics like Indian… pic.twitter.com/XQPWoeAsJd
— Ministry of Education (@EduMinOfIndia) August 31, 2023
IIT कानपुर के डायरेक्टर ने दिया SIKSA सेंटर के ऊपर बयान
SIKSA सेंटर के बारे में बताते हुए, IIT कानपुर के डायरेक्टर प्रो. अभय करंदीकर ने कहा, “समग्र उन्नति के लिए भारतीय ज्ञान प्रणाली के सिक्सा (SIKSA) अध्ययन केंद्र के माध्यम से, हमारा लक्ष्य भारत की विशाल ज्ञान प्रणाली को अपने शैक्षणिक पाठ्यक्रम और अनुसंधान में एकीकृत करना और इसे दुनिया के लिए असाना बनाना है। यह सेंटर रिसर्च और डेवलेपमेंट के लिए एक मंच प्रदान करेगा, और हमें उम्मीद है कि हम आईआईटी कानपुर को वैश्विक स्तर पर आईकेएस अध्ययन के लिए एक अग्रणी संस्थान के रूप में स्थापित करेंगे.”
क्या है SIKSA का मुख्य उद्देश्य ?
SIKSA सेंटर में 12 से अधिक विभाग और लगभग 20 फैकल्टी मेंबर हैं, जो IIT कानपुर को दुनिया में आईकेएस अध्ययन में सबसे आगे बढ़ाएंगे। इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य आईकेएस में एक शिक्षा कार्यक्रम शुरू करना और इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रभाव डालना है।
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कौन-कौन से विषय होंगे शामिल ?
भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) में गणित, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, खगोल विज्ञान, वास्तुकला, दर्शन, कला, भाषाएं, साहित्य, सांस्कृतिक और सामाजिक प्रथाएं, परंपराएं आदि भारत में विकसित ज्ञान को शामिल करता है।
इसके साथ ही, भारत सरकार ने भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) के विभिन्न विषयों पर क्यूरेटेड सामग्री वीडियो और समर्थन सामग्री विकसित करने के लिए आईआईटी कानपुर और अन्य संस्थानों को चुना है। यह प्रयास भारतीय ज्ञान प्रणाली को विश्वासनीयता और गर्व के साथ प्रमोट करने का हिस्सा है।