इस दिन मां दुर्गा के कूष्मांडा रूप की पूजा आराधना की जाती है वही अश्विन मास की विनायक चतुर्थी को बेहद ही खास माना जा रहा है क्योंकि इस दिन रवि योग का शुभ संयोग बन रहा है जोकि बहुत ही पुण्यदायी होता है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार विनायक चतुर्थी पर उपवास रखकर श्री गणेश की विशेष पूजा करने से उनकी कृपा बरसती है जिससे जीवन की परेशानियां दूर हो जाती है और सभी कार्य सफल होते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख दवारा अश्विन विनायक चतुर्थी पूजन का मुहूर्त और महत्व बता रहे हैं तो आइए जानते हैं। हिंदू धर्म में व्रत त्योहारों को बहुत ही खास माना जाता है और हर व्रत त्योहार का अपना महत्व होता है
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नवरात्रि का चैथा दिन पड़ेगा विनायक चतुर्थी के दिन
श्री गणेश की आराधना के लिए हर माह संकष्टी और विनायक चतुर्थी को विशेष माना जाता है मास के दोनों पक्षों की यह तिथि श्री गणेश की पूजा को समर्पित की गई है इस दिन भगवान की पूजा अर्चना करना विशेष फल प्रदान करता है वही अश्विन मास की विनायक चतुर्थी 29 सितंबर दिन गुरुवार को पड़ रही है और अभी नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है ऐसे में विनायक चतुर्थी के दिन नवरात्रि का चैथा दिन पड़ेगा आपको बता दें कि विनायक चतुर्थी को वैसे तो बहुत ही खास माना जाता है मगर इस बार अश्विन मास में विनायक चतुर्थी के दिन रवि योग बन रहा है जिस कारण इसका महत्व और बढ़ गया है
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माता की पूजा करने से अष्टसिद्धियों की प्राप्ति का मिलता है आशीर्वाद
ज्योतिषशास्त्रों के अनुसार रवि योग में सूर्य का प्रभाव बहुत तेज होता है इसलिए इस योग में की जाने वाली पूजा और सभी कार्यों में किसी भी तरह की कोई रूकावट नहीं आती है और सभी कार्य बिना बाधा के पूर्ण हो जाते हैं साथ ही साथ इस दिन नवरात्रि का चैथा दिन है जो मां कूष्मांडा की पूजा को समर्पित है इस माता की पूजा करने से अष्टसिद्धियों की प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में आने वाले सभी तरह के संकट भी दूर हो जाते हैं।