Betul News – बैतूल – भीमुपर जनपद पंचायत में विकास कार्यों में अनियमितताओं के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कुछ दिन पहले बिना मूल्यांकन के मनरेगा में भुगतान करने का मामला सामने आया था। इस मामले में संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्यवाही भी की जा रही है।
यह मामला अभी थमा भी नहीं था। जनपद में पदस्थ सबइंजीनियर और एसडीओ के खिलाफ गंभीर आरोप की शिकायत सामने आई है। यह शिकायत जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर बैतूल को की है। खास बात यह है कि यहां पर पदस्थ सबइंजीनियर हैबद बडोदे लम्बे समय से जमे हुए हैं। लंबे समय से एक ही जगह पर पदस्थ रहने के कारण इनकी कार्यशैली से लोग परेशान होने लगे हैं।
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भीमपुर जनपद पंचायत में पदस्थ एसडीओ सियाकांत बरखाने और सबइंजीनियर हैबद बडोदे के खिलाफ जिला पंचायत सदस्य रेखा पांसे, ग्राम पंचायत दामजीपुरा, भीमपुर और अन्य ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने कलेक्टर को शिकायत की है कि ग्राम पंचायतों में होने वाले कार्यों का मूल्यांकन करने में संंबंधित अधिकारी मनमानी करते हैं। जिसके कारण लंबे समय तक भुगतान नहीं होने के कारण सप्लायर और मजदूर परेशान होते हैं।
आरोप यह भी है कि श्री बडोदे जनपद पंचायत भीमपुर में लंबे समय से पदस्थ हैं और इनकी कार्यशैली से अब लोग परेशान होने लगे हैं। वहीं एसडीओ श्री बरखाने पर भी आरोप है कि टीएस और सीसी करने में वे भी मनमानी करते हैं। शिकायत में इन अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है।
सबइंजीनियरों की बदल गई ग्राम पंचायत | Betul News
जनपद पंचायत भीमपुर की सीईओ कंचन वास्कले ने बताया कि मूल्यांकन को लेकर शिकायतें आ रही थीं कि समय पर मूल्यांकन नहीं हो रहा है। शिकायतों को गंभीरता से लेकर सबइंजीनियरों का कार्य विभाजन कर दिए गए हैं। अलग-अलग कलस्टर में अलग-अलग सबइंजीनियरों को प्रभार दिया गया है।
श्री बडोदे लम्बे समय से पदस्थ हैं, इसलिए उनके पास 13 ग्राम पंचायतें थीं उन्हें बदलकर दूसरी ग्राम पंचायतों का प्रभार दिया गया है। शिकायत को लेकर एसडीओ श्री बरखाने का कहना है कि जो आरोप लगाए हैं वो निराधार हैं। अगर किसी का मूल्यांकन नहीं हो रहा है तो संबंधित एजेंसी उच्च अधिकारियों को अवगत करा सकते हैं।
मूल्यांकन, टीएस, सीसी से संबंधित कोई कार्यवाही है तो उसका आवेदन उच्च अधिकारियों को दिया जाना चाहिए, और उसके बाद भी समय पर कार्य नहीं होता है तो संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय होगी।