रिलेशनशिप टिप्स: अगर आप अपना जीवन खुशी से जीना चाहते हैं। आप चाहते हैं कि शादी के बाद आपकी पत्नी कभी भी आपसे लड़ाई न करे। तो आज हम आपको कुछ जरूरी बातें बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं पूरा मामला नीचे की खबरों में
आचार्य का मानना था कि चरित्र ही व्यक्ति का वास्तविक धन है। अगर यह नहीं है, तो व्यक्ति पर कुछ भी नहीं रहता है। इसलिए अपने चरित्र की रक्षा करें जैसे एक व्यापारी पैसे की रक्षा करता है। चरित्र विहीन व्यक्ति स्वार्थी हो जाता है, झूठ बोलने लगता है, धन की बर्बादी करता है और धीरे-धीरे वह स्वयं ही बर्बाद हो जाता है। आचार्य कहते थे कि यदि जीवन की वास्तविकता को समझना है तो भोगी नहीं योगी बनो। भोग की आदत आप में लालच को जन्म देती है और आपको जीवन की वास्तविकता से दूर कर देती है।
जबकि एक योगी व्यक्ति सब कुछ खो कर भी सुख से रहता है, अनुशासन के साथ रहता है, अपने कार्यों को धैर्य और संयम से पूरा करता है और बहुत नाम और प्रसिद्धि अर्जित करने के बाद भी उसे खुद पर हावी नहीं होने देता है। ऐसे व्यक्ति का व्यक्तित्व बहुत ही महान और विशाल हो जाता है।
- स्त्री के संबंध में आचार्य कहते थे कि स्त्री के सौंदर्य से अधिक स्त्री के गुण अधिक महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि वह सब कुछ रच और नष्ट कर सकती है। इसलिए शादी से पहले हमेशा उसके गुणों पर ध्यान दें और तभी शादी करें जब वह अपनी मर्जी से इसके लिए राजी हो।
- चाणक्य का कहना है कि अगर कोई महिला आपसे बहुत प्यार करती है, आपकी परवाह करती है, तो उसे कभी भी अपना साथ नहीं छोड़ना चाहिए। भविष्य में अगर वह महिला लड़ भी ले तो उसे नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि वह हमेशा आपकी परवाह करेगी।
- जिस महिला से आप शादी करने जा रहे हैं, तो एक बार देख लें कि वह महिला धार्मिक कार्यों में विश्वास करती है या नहीं। ऐसी महिला आपको कभी नुकसान नहीं पहुंचाएगी और आपके परिवार के लिए अच्छी साबित होगी।