इलाचयी की खेती करके कमा सकते लाखो का मुनाफा, मार्केट में बिकती है इतनी महंगी, जाने खेती का आसान तरीका। इलायची का इस्तेमाल चाय से लेकर मिठाइयां बनाने में खूशबू के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। वहीं पान के स्वाद को बढ़ाने में भी इलाचयी का उपयोग किया जाता है। इस तरह देखा जाए तो अनेक खाने पीने की चीजों में इलायची का इस्तेमाल होता है।
यह भी पढ़े – Punch का गुरुर तोड़ेंगी Mahindra की मिनी SUV, सॉलिड लुक और शक्तिशाली इंजन से मार्केट में मचायेंगी भौकाल
इलायची की खेती करके कमा सकते अच्छा लाभ
इलाचयी की खेती का तरीका इसकी बाजार मांग को देखते हुए इसकी खेती किसानों के लिए काफी फ़ायदेम होगी। खास बात यह है कि बाजार में इलायची की कीमत 3000 रुपए किलोग्राम है। ऐसे में कम जगह पर इलायची की खेती करके भी अच्छा लाभ लिया जा सकता है। हालांकि इलायची की खेती के लिए ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है। इसका पौधा आधिक गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाता है। इसलिए इसकी खेती अधिकांशत ठंडे इलाकों में की जाती है।
इलाचयी की खेती के लिए कैसी मिटटी होगी फायदेमंद साबित
इलाचयी की खेती के लिए मिट्टी कैसी होनी चाहिए। इलायची की खेती के लिए ठंडी जगा ठीक रहती है। इसकी खेती के लिए 10 से 35 डिग्री का तापमान अच्छा माना जाता है। वहीं इसकी खेती के लिए काली मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। हालांकि दोमट व लैटेराइड मिट्टी में भी इसकी खेती की जा सकती है। इसके अलावा अच्छे जल निकास वाली काली मिट्टी में भी इसकी खेती कर सकते हैं।
जानिए किस समय करे इलायची की खेती
भारत में इलायची की खेती का उचित समय मार्च से जून तक का माना जाता है। लेकिन जुलाई माह में इसे खेत में लगाना ज्यादा उचित रहता है। इस समय बारिश होने से इसमें सिंचाई की आवश्यकता कम पड़ती है। अधिक धूप इसकी फसल के लिए नुकसानदेह होती है। इसलिए इलायची के पौधे को हमेशा छाया में ही लगाना चाहिए।
ऐसे आसानी तरीके से करे इलाचयी की खेती
बारिश से पहले इलायची की खेती के लिए नर्सरी तैयार की जाती है। इसकी नर्सरी तैयार करने के लिए एक किलोग्राम बीज पर्याप्त होते हैं। नर्सरी में जब इसके पौधे एक फीट तक बड़े हो जाए तब इसे खेत में लगाना चाहिए। इसके पौधे की खेत में रोपाई का सबसे उपयुक्त समय बरसात का होता है। आप बरसात के मौसम में इसे लगा सकते हैं। इसके बाद करीब दो साल बाद इसका पौधा फल देना शुरू कर देता है। इसके पौधे में फल लगने के बाद 15 से 25 दिन के अंतराल में इसकी तुड़ाई की जाती है। इसके फलों की तुड़ाई करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जब इसका फल पूरी तरह से पक जाए तब ही इसकी तुड़ाई करें।अब यह बाजार में बेच ने के लिए तैयार है।
इलायची का रंग बरकरार रखने के लिए करे यह काम
इलायची ताजा रहे और इसका रंग भी बरकरार रहे तो इसके लिए इलायची की कटाई के बाद इसे दो प्रतिशत वाकिंग सोडा के घोल में 10 मिनट तक भिगोया जाता है। इसे बाद इसे सुखाया जाता है। आमतौर पर इसे बिजली के ड्रायर में या फिर धूप में सुखाया जाता है। इसे 14 से 18 घंटे तक सुखने के लिए छोड़ा जाता है ताकि यह अच्छी तरह से सूख जाए।और पूरा पानी निकल जाये। जब इलायची अच्छी तरह से सूख जाए तो इसे हाथ या तार की जाली से रगड़ा जाता है। इसके बाद इसकी आकार या रंग के अनुसार छांटाई की जाती है। इसके बाद इसे बाजार में बचने के लिए ले जाया जाता है।
इलायची मार्केट में बिकती है इतनी महंगी
इलायची का बाजार में भाव क्या है और बाजार में जाने से पहले क्या करना होना। इलायची की कीमत क्वालिटी और पैकिंग के आधार पर तय की जाती है। बाजार में हरी इलायची कीमत 1000 रुपए से शुरू होकर 6,000 रुपए तक है। यदि आप बाजार से इलायची खरीदते हैं तो इसकी औसत कीमत 3000 रुपए है। यदि आप 50-100 ग्राम पैकिंग वाली सबसे अच्छी क्वालिटी की इलायची खरीदते हैं तो उसकी कीमत 5 से 6 हजार रुपए तक होती है। तो आप समझ सकते है इलाइची की खेती में कितना फायदा है।
इलायची की खेती से होगा जबरदस्त मुनाफा
इलायची की खेती से कितना दे सकती है मुनाफा। यदि आप एक हैक्टेयर में इसकी खेती करते हैं तो इसकी 135 से लेकर 150 किलोग्राम तक उपज प्राप्त की जा सकती है। यदि आप इसे 1100 से लेकर 2000 रुपए किलोग्राम के भाव से भी बाजार में बेचते है तो भी इससे आपको 3 लाख रुपए की कमाई आसानी से हो सकती है। और ज्यादा जगह से और ज्यादा मुनाफा।