इलायची की खेती किसानो की चमका देंगी किस्मत, कम समय में बना देंगी लखपति, जाने खेती की पूरी जानकारी.भारत एक कृषि प्रधान देश है, यहां के किसान बड़े पैमाने पर मसालों सहित अन्य फलो की खेती करते है.भारत के मसालों पूरी दुनिया में फेमस है. देश के कई राज्यों के किसान अलग-अलग मसालों की खेती बड़े पैमाने पर करते है भारत में इलायची की खेती प्रमुख रूप से की जाती है.इन सभी मसालों में इलायची भी है जिसकी खेती से किसान बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं. बाजार में इसकी काफी अच्छी कीमत मिलती है. इलायची की खेती करके किसान भाई काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. आइए जानते है इसके खेती की सम्पूर्ण जानकारी
यह भी पढ़े :- Maruti की लक्ज़री लुक धांसू कार ने बनाया दीवाना, स्टैण्डर्ड फीचर्स के साथ माइलेज भी जबरदस्त, देखे कीमत

इलायची की कुछ प्रमुख किस्मो के बारे में
आपको जानकारी के लिए बता दे की इलायची दो प्रकार की होती है. एक हरी इलायची(छोटी इलायची ) और दूसरी भूरी इलायची (बड़ी इलायची )होती है. भारतीय व्यंजनों में मसाले के रूप में भूरी इलायची का प्रयोग किया जाता है. जो खाने के स्वाद को और अधिक स्वादिष्ट बनाने का काम करता है. वहीं छोटी इलायची का उपयोग मुखशुद्धि के लिए पान में किया जाता है. चाय बनाने में और मिठाइयों में खुसबू के लिए किया जाता है . इस कारण दोनों प्रकार की इलायची की मांग बाजार में हमेशा बनी रहती है।

जाने कैसे करे इलायची के खेती
अगर आप भी इलाइची की खेती करना चाहते है तो इसका अधिक उत्पादन पाने के लिए आप इलायची की खेती के लिए काली दोमट मिट्टी सबसे बेहतर मानी जाती है. इसके अलावा लैटेराइट मिट्टी, दोमट मिट्टी और अच्छी जल निकासी वाली काली मिट्टी पर भी इसकी खेती सरलता से की जा सकती है. रेतीली मिट्टी पर भूलकर भी ना करें,इसकी खेती। इलायची की खेती करने के लिए इसे जुलाई के महीने में खेत में लगाया जा सकता है, क्योंकि इस समय बारिश होने से इसमें सिंचाई की आवश्यकता कम पड़ती है. ध्यान रहे इलायची के पौधे को हमेशा छाया में ही लगाना चाहिए. खेत में इलायची के पौधों को तब लगाना चाहिए जब उनकी लंबाई जब एक फीट नहीं हो जाए. बहुत अधिक सूर्य की रोशनी और गर्मी के कारण इसकी बढ़वार कम हो जाती है. इलायची के पौधों को गड्ढों या मेड पर लगाते समय पौधे से पौधे की बीच की दूरी 60 सेंटीमीटर रखनी चाहिए.
खेत में लगाने से पहले तैयार करे नर्सरी
आपको जानकारी के लिए बता दे की इलायची के पौधों को खेत में लगाने से पहले आप इसकी नर्सरी में तैयार किया जाता है. एक हैक्टेयर में नर्सरी तैयार करने के लिए एक इलायची इलायची का बीज की मात्रा पर्याप्त रहती है. रोपाई के दो साल बाद यह पौधे फल देने लगते हैं. फल लगने के बाद हर 15-25 दिनों के अंतराल पर तुड़ाई की जाती है. पूरी तरह से पक चुके इलाइची की ही करे तुड़ाई

इलायची के खेती से कमा सकते तगड़ा मुनाफा
जब इलायची पूरी तरह से सूख जाए तो इसे हाथों या कॉयर मैट या तार की जाली से रगड़ा जाता है. फिर उन्हें आकार और रंग के अनुसार छांट कर अलग कर लिया जाता है। किसान इसे बाजार में बेचकर बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं. प्रति हैक्टेयर135 से 150 किलोग्राम तक इलायची की उपज हासिल की जा सकती बाजार में इलायची के भाव 1100 से लेकर 2000 हजार रुपए प्रति किलोग्राम के बीच रहते हैं. ऐसे में किसान सालाना 3 लाख तक का मुनाफा कमा सकते है।