कंपनी Meta ने Facebook वाले प्लेटफॉर्म से ऐसे फेक अकाउंट (Fake Account) को हटाया है जो कि गुप्त रूप से चीन और रूस द्वारा संचालित किए जा रहे थे. कंपनी ने कहा कि अमेरिकी नागरिक बनकर कई अकाउंट्स का संचालन चीनी नागरिकों द्वारा किया जा रहा था और अमेरिका के खिलाफ जहर उगल रहे थे. कंपनी ने इस रूसी और चीनी विचारधारा के विस्तार करने वाले अकाउंट्स पर कार्रवाई के बाद आधिकारिक बयान भी जारी किया है.
कई अकाउंट्स को बैन और स्थायी तौर पर कर दिया है ब्लॉक तक
Facebook ने कहा कि उसने अपने अभियान के दौरान फर्जी खातों की पहचान कर उससे संबंधित पेजों और अन्य खातों को भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटाया है. Facebook ने अपने प्लेटफॉर्म पर कई अकाउंट्स को बैन और स्थायी तौर पर ब्लॉक तक कर दिया है जो कि फर्जी खबरें फैलाकर एजेंडा चलाते थे. कंपनी ने बताया है कि उसने अपने इस ऑपरेशन में 60 से ज्यादा फर्जी वेबसाइट्स को भी बैन कर दिया है. इस मामले में कंपनी ने इन वेबसाइट्स को लेकर दावा किया है कि ये वेबसाइट्स द गार्जियन अखबार और जर्मनी के डेर स्पीगल जैसी वेबसाइट्स की नकल करके बनाई गई थीं जिसके चलते इनके खिलाफ एक्शन लिया गया.

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ये प्रतिबंधित वेबसाइट्स भी कर रही थी रूसी प्रचार
कंपनी ने अपने एक्शन को लेकर दावा किया कि ये प्रतिबंधित वेबसाइट्स भी रूसी प्रचार कर रही थी और यूक्रेन के बारे में झूठी जानकारी फैला रहीं थीं. Meta ने इस मामले में कहा कि चीन द्वारा संचालित अकाउट्स की संख्या काफी कम थी, ऐसे मात्र 80 खातों और पेजों की पहचान की गई.सोशल मीडिया (Social Media) के जरिए आसानी से एजेंडा चलाया जा सकता है. वहीं बात अगर रूसी फेक अकाउंट्स की करें तो रूस से जुड़े बड़े पैमाने पर फर्जी खातों का संचालन किया जा रहा था. कंपनी ने कहा कि इन फर्जी खातों और सोशल मीडिया पेजों ने विज्ञापन के तौर पर एक लाख अमेरिकी डॉलर के विज्ञापन भी दिए थे जिससे ये मोटी कमाई कर रहे थे.