Kheti News: गन्ने की ये 3 किस्में रोग और कीट प्रतिरोधी हैं, जो देगी बंपर उत्पादन होगा लाखो का मुनाफा, देश में गन्ने की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. विश्वभर में गन्ने के उत्पादक में भारत दूसरे स्थान पर आता है.
ये भी पढ़िए – अब फिर बढ़ने लगे सरिया के रेट, आज ही इस रेट में ख़रीदे, देखे क्या है सरिया के रेट
गन्ने की खेती से किसानों को अधिक उपज मिलती है, लेकिन कई बार गन्ने की फसल में कई तरह के रोग पाए जाते हैं। जिससे किसानों को काफी परेशानी होती है। ऐसे में गन्ना के किसान किसानों के लिए एक बेहद खास जानकारी लेकर आए हैं. आपको बता दें कि गोविंद बल्लभ पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर के कृषि वैज्ञानिकों ने हाल ही में गन्ने की तीन किस्में विकसित की हैं। इन किस्मों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इनमें रोग और कीट से लड़ने की क्षमता अच्छी होती है। इस किस्म से किसान अच्छी और उच्च उपज प्राप्त कर सकते हैं। पंतनगर विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किस्मों में प्रारंभिक गन्ना (पंत 12221), सामान्य गन्ना (पंत 12226) और पंत 13224 हैं, जिनकी विशेषता का उल्लेख इस लेख में किया गया है।
गन्ने की इस किस्म का मूल्यांकन कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किया गया है, जिसमें यह पाया गया है कि गन्ने की खेती करने वाले किसानों को इस किस्म से अच्छी पैदावार मिलेगी। इस किस्म में बेहतर जूस क्वालिटी भी प्राप्त की जा सकती है। यह किस्म किसान और चीनी उद्योग दोनों के लिए अच्छी मानी जाती है।
गन्ने की यह किस्म रोगों से लड़ने में सक्षम है, साथ ही इसकी उत्पादन क्षमता भी काफी अच्छी मानी जाती है। यह जल्दी पकने वाली किस्म है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह जलभराव और सूखा प्रवण परिस्थितियों में भी अधिक और बेहतर उत्पादन देने की क्षमता रखता है। इन्हीं गुणों के कारण यह किस्म खेती के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है।
कृषि वैज्ञानिकों द्वारा विकसित इस किस्म से किसानों को कम लागत में अच्छी पैदावार मिल सकती है। गन्ने की यह किस्म रोगमुक्त भी है और उच्च उत्पादन के लिए अच्छी मानी जाती है। कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि ये किस्में किसानों को फसल का अधिक और बेहतर उत्पादन दे सकती हैं।