Kundru Cultivation: कुंदरू की खेती से किसानों को होगी तगड़ी कमाई, प्रति हेक्टेयर होगी 240 क्विंटल तक उत्पादन, जाने डिटेल. आज के समय के किसानो के लिए खेती लाभ का धंधा बन गयी है। बहुत से किसान अब परम्परागत फसलों को छोड़ नगदी फसलों की खेती करने में लग गए है। इन दिनों लोग फलो और सब्जियों की खेती से पूरा साल मोटा मुनाफा कमा रहे है ,आज हम आपको बाजार में पूरा साल बिकने वाली एक ऐसी सब्जी की खेती में बताने जा रहे है, जिसकी खेती कर आप कम समय में अच्छी कमाई कर सकते है। आज हम आपको कुंदरू की खेती के बारे में बताने जा रहे है, जिसकी खेती देश में बड़े पैमाने पर की जा रही है. आइए जानते है इसकी खेती के बारे में पूरी डिटेल। …
कुंदरू की इन उन्नत किस्मो की खेती कर मालामाल हो रहे किसान

- दिरा कुंदरू 5,
- इंदिरा कुंदरू 35,
- सुलभा (सी जी- 23),
- काशी भरपूर (वी आर एस आई जी- 9)
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कुंदरू की खेती के लिए उपयुक्त भूमि और जलवायु

आपको जानकारी के लिए बता दे की की अगर आप भी कुंदरू की खेती से अच्छा उत्पादन लेना चाहते हो तो आप इसकी फसल बलुई दोमट मिट्टी में सबसे अधिक उत्पादन देती है, साथ ही इस मिटटी का ph मान 7 तक होना चाहिए। वही इसकी फसल के लिए उपयुक्त जलवायु की बात करे तो आप इसकी खेती गर्म और आर्द्र जलवायु में करके अच्छा उत्पादन ले सकते है। इसकी 30-35 डिग्री तापमान पर उत्पादन सबसे बेहतर होता है।
जानिए कुंदरू की खेती का आसान तरीका

आपको जानकरी के लिए बात दे की अगर आप भी कुंदरू की खेती करना चाहते है तो आपको जानकारी के लिए बता दे की कुंदरू के बेलो की रोपाई करने से पहले आपको खेतो की गहरी जुताई कर लेनी चाहिए। इसके बाद अधिक उत्पादन लेने के लिए पर्याप्त मात्रा में गोबर खाद का प्रयोग करना चाहिए। इसके बाद फसल की बुवाई से लगभग 15 से 20 दिन पहले इसकी नर्सरी तैयार कर देनी चाहिए। इसके साथ ही इस फसल को अधिक सिचाई की जरूरत नहीं होती है. अगर आप इसकी फसल की एक बार बुवाई करते है तो यह आपको लगभग 8 महीने तक उत्पादन देने में शक्षम होती है।
जानिए कुंदरू की खेती से कितनी होगी कमाई
अगर हम कुंदरू की फसल से होने वाली आमदनी की बात करे तो आपको बता दे की अगर आप एक हेक्टरयर खेत में इसकी खेती करते है, तो आपको इस फसल से लाखो में कमाई हो सकती है, क्योकि यह फसल रोपाई के लगभग डेढ़ महीने में उत्पादन देने लगती है, साथ ही आप इसके फलो की तुड़ाई 4 से 5 दिनों के अंतराल में आसानी कर सकते है। और इनको बेचकर तगड़ा मुनाफा कमा सकते है। इसके साथ ही इस फसल को लागत भी बहुत ही कम आती है।