Maruti 800 In Year 1983 – भारत शुरुआत से ही हर चीज में आगे रहा है जब अगर बात हो तकनीक की या फिर विकास की। जहाँ आज एक से एक टेक्नोलॉजी से लैस गाड़ियां सड़कों पर फर्राटे भर रही है ऐसे में एक दौर था चार पहिया वाहन का दौर भारत में शुरू होने वाला था।
ये दौर था 1981 का जब भारत में भारत सरकार की अपनी ऑटोमोबाइल कंपनी मारुती को स्थापित किया गया था, फ़िलहाल इस समय इस कंपनी में भारत सरकार की हिस्सेदारी किसी भी प्रकार से नहीं है। दरअसल मारुती सुजुकी इंडिया लिमिटेड जिसे उस दौर में मारुती उद्योग के रूप में जाना जाता था उसकी शुरुआत 24 जनवरी 1981 में हुई थी। और इसके पहले कारखाने का उद्घाटन गुरुग्राम हरियाणा में इंदिरा गाँधी के द्वारा किया गया था।
उस में भी था माइलेज का दबदबा | Maruti 800 In Year 1983
उस समय मारुति को “लोगों की कार” के नाम से जाना जाता था। यह कंपनी लोगों के सपने को पूरा करने के लिए बनाया गया था, वाक़ई में यह कार लोगों का सपना पूरा करने के लिए प्रयासरत रहा और आज भी मारुति सबसे किफायती दरों पर वाहनों का निर्माण करता है तथा इस कम्पनी की गाड़ी काफ़ी कम फ़्यूल में अधिक दूरी अत्यधिक माईलेज के लिए आज भी जानी जाती है।
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40 पहले थी इतनी कीमत | Maruti 800 In Year 1983
साल 1981 में कारख़ाना स्थापित होने के बाद मारुति ने पहली चार मारुति 800 बनाई जिसकी क़ीमत महज़ 47500 रुपए थी, यही से शुरू हुआ सफलता का कारवां, साल 1983 के दिसम्बर महीने में पहली मारुति 800 बेचा गया। उस वक्त इसकी टॉप स्पीड 50 KM/HR की रफ़्तार से चलाया जा सकता था। उस वक्त का माईलेज भी 25.95 का रेकर्ड किया गया है।