Cubs born In kuno park: MP के कुनो पार्क में गुंजी किलकारी, मादा चीता सियाया ने दिया चार शावकों को जन्म, देखे तस्वीरें देश में चीता की विलुप्त हो चुकी प्रजाति को फिर से बसाने के लिए मोदी जी ने नामीबिया से भारत लाए गए 8 चीतों को मध्यप्रदेश के कुनो पार्क में छोड़ा गया था। कल बुधवार को यहां पर एक मादा चीता ने चार नन्हे शावकों को जन्म दिया है. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बुधवार को यह खुशखबरी दी.
देश में 1947 से विलुप्त की कगार पर था चीता
भारत में चीतों की प्रजाति लगभग विलुप्त ही हो चुकी थी देश में आखिरी चीते की मौत वर्तमान छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में 1947 में हुई थी. इसी के साथ जमीन पर सबसे तेज दौड़ने वाले जानवर चीता को 1952 में देश में विलुप्त घोषित किया गया था. जिसके बाद मोदी जी ने इनको पुनः बसाने के लिए पिछले साल ही इन नामीबियाई चीतों को भारत लाये थे।
MP के कुनो पार्क में गुंजी किलकारी, मादा चीता सियाया ने दिया चार शावकों को जन्म, देखे तस्वीरें
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने दी बधाई
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने कुनो पार्क में इन नन्हे मेहमानो की आने की खुशी में पारिस्थितिकी के लिहाज से अतीत में की गई गलतियों को सुधारने और चीतों को भारत लाने के अथक प्रयासों के लिए ‘प्रोजेक्ट चीता’ की पूरी टीम को बधाई दी.और साथ यह भी कहा की अब देश में धीरे धीरे बढ रहा ही चीता का कुनबा।
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17 सितंबर को भारत लाये गए थे नामीबिया चीता
PM नरेंद्र मोदी ने अपने 72 वें नज्मदिवस के अवसर पर नामीबिया से 8 चीतों को भारत लाया गया। जिनमे से पांच मादा और तीन नर चीतों को पिछले साल 17 सितंबर 2022 को मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा था. जहां एक मादा चिटा ने स्वस्थ 4 शावकों को जन्म दिया।
मादा चीता ‘साशा’ की मौत
नामीबिया से भारत लाये इन 8 चीतों में से एक मादा चीता ‘साशा’ की गुर्दे की बीमारी के कारण बीते सोमवार को मौत हो गई थी. जिससे पुरे कुनो पार्क में मायूसी छा गयी थी यह प्रोजेक्ट चीता के लिए एक बड़ा झटका था। लेकिन अब मध्य प्रदेश के वन और वन्यजीवन अधिकारियों ने यह जानकारी दी की पार्क में एक मादा चीता ने 4 शावकों को जन्म दिया है।