Political News – बैतूल – कुछ समय पहले बैतूल सहित प्रदेश के हर शहर में कांग्रेस ने होर्डिंग लगाकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को मध्यप्रदेश का अगला मुख्यमंत्री घोषित कर दिया था। और समय-समय पर विभिन्न प्रदर्शनों और आयोजनों के दौरान कांग्रेस यह साबित करने का प्रयास कर रही है कि 2023 में फिर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन रही है और लोग भाजपा के शासन से परेशान हो गए हैं।
और इसीलिए कांग्रेस 2023 के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों की घोषणा में भी यह प्रयास कर रही है कि भाजपा के पहले वह अपने उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप दे दें। ताकि उन्हें चुनाव लड़ने के लिए काफी समय मिल सके।
लंबे समय बाद 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बैतूल जिले में बड़ी सफलता मिली थी और 5 में से 4 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार भारी अंतर से चुनाव जीते थे। जिसको लेकर भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेताओं में यह अफसोस रहा भी कि यदि बैतूल की 5 सीट भाजपा जीतती तो उस समय चौथी बार लगातार भाजपा की सरकार बनती।
इसलिए इस बार भाजपा बूथ स्तर तक तैयारियों के माध्यम से यह प्रयास कर रही है कि पिछली गलती दोहराई ना जा सके। वहीं कांग्रेस इन पांचों सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर लगभग अंतिम रूप दे चुकी है ऐसा प्रदेश कांग्रेस के विभिन्न सूत्रों से जानकारी मिल रही है।
भैंसदेही से फिर धरमूसिंह पर दांव | Political News
2008 में कांग्रेस की टिकट पर अजजा के लिए आरक्षित भैंसदेही विधानसभा सीट से पहली बार जीतने और 2013 में हारने के बावजूद फिर 2018 में बड़े अंतर से कांग्रेस उम्मीदवार धरमूसिंह ने जीत दर्ज कराकर यह बता दिया था कि वे लो प्रोफाइल में राजनीति कर आम आदमी से जुड़े हुए हैं। और इसी का फायदा उन्हें चौथी बार मिलने की संभावना है। उनकी टिकट लगभग फायनल बताई जा रही है।
घोड़ाडोंगरी में बदलाव की खबर
2013 में कांग्रेस की टिकट पर अजजा के लिए आरक्षित घोड़ाडोंगरी विधानसभा सीट से चुनाव हारने के बाद 2018 में कांग्रेस ने ब्रम्हा भलावी को फिर एक बार अवसर दिया और वह चुनाव जीत गए। लेकिन पिछले पांच सालों के दौरान ब्रम्हा भलावी की सादगी का उनके कुछ समर्थकों ने जिस तरह से दुरूपयोग किया उसका खामियाजा उन्हें 2023 के विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है। जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार इस क्षेत्र से कांग्रेस युवा, शिक्षित एवं नए उम्मीदवार के रूप में डॉ. रमेश काकोड़िया को चुनाव मैदान में उतारने के लिए संकेत दे चुकी है।
मुलताई से सुखदेव पांसे तय | Political News
लगातार कांग्रेस की सीट पर तीन बार चुनाव जीतने वाले विधायक सुखदेव पांसे को कमलनाथ ने कांग्रेस सरकार के दौरान मंत्री बनाया था। अब पुन: 2023 के विधानसभा चुनाव में मुलताई विधानसभा सीट से सिर्फ और सिर्फ एकमात्र उम्मीदवार के रूप में सुखदेव पांसे का नाम सामने है और उनको टिकट ना मिलने को लेकर कहीं कोई संशय नहीं है।
बैतूल से फिर निलय डागा
2018 के चुनाव में बैतूल विधानसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ने वाले निलय विनोद डागा ने भाजपा के हाथ से यह सीट छीनकर सबको चौंका दिया था। क्योंकि जीत दर्ज करने के साथ-साथ जीत का मार्जिन भी बहुत बड़ा था। पिछले साढ़े चार वर्षों से निरंतर सक्रियता के चलते कांग्रेस के पास निलय डागा का विकल्प नहीं है। और उन्होंने अगले चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
आमला से मनोज मालवे को मिलेगा मौका | Political News
जिले की अजा समूह के लिए आरक्षित आमला-सारनी विधानसभा सीट से पिछले चुनाव में भाजपा के नए उम्मीदवार डॉ. योगेश पंडाग्रे चुनाव जीते थे। उन्होंने कांग्रेस के मनोज मालवे को हराया था। वैसे तो इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के कई गुट है और कई दावेदार हैं लेकिन प्रदेश कांग्रेस सूत्रों के अनुसार इन सब में आज भी मनोज मालवे क्षेत्र के हर गांव में संपर्क को लेकर सबसे आगे हैं इसलिए मनोज मालवे के नाम पर प्रदेश कांग्रेस में सहमति बताई जा रही है।