भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने किसानों के लिए राहतभरी घोषणा की है। अब किसान बिना किसी गारंटी के 2 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं। पहले यह सीमा 1.6 लाख रुपये थी, जिसे 2019 में बढ़ाया गया था। इस कदम को किसानों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इससे छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक मदद मिलेगी।
कैसे मिलेगा यह लोन?
अब किसानों को 2 लाख रुपये तक का लोन लेने के लिए किसी भी तरह की संपत्ति को गिरवी रखने की जरूरत नहीं होगी। इसके लिए केवल पहचान पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। RBI का यह फैसला छोटे किसानों को क्रेडिट सिस्टम में लाने के उद्देश्य से लिया गया है। इससे ज्यादा से ज्यादा किसान इसका लाभ उठा पाएंगे। यह निर्णय मौद्रिक नीति समिति की हालिया बैठक में लिया गया।
कोलेटरल लोन क्या है?
कोलेटरल लोन वह होता है जिसमें बैंक लोन देने के बदले कोई संपत्ति या सिक्योरिटी लेता है। सिक्योरिटी को दो भागों में बांटा गया है – प्राइम और कोलेटरल सिक्योरिटी। यदि लोन चुकता नहीं किया जाता, तो बैंक इस संपत्ति को बेचकर अपनी राशि वसूल करता है। वहीं, कोलेटरल फ्री लोन में ऐसी कोई शर्त नहीं होती। पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड लोन आदि इसके उदाहरण हैं।
कहां से मिलेगा कोलेटरल फ्री लोन?
किसानों को कोलेटरल फ्री लोन सरकारी और निजी बैंकों से उपलब्ध होगा। इसकी ब्याज दर 10.50 प्रतिशत के आसपास हो सकती है। यह लोन विशेष रूप से उन किसानों के लिए मददगार है, जिनके पास संपत्ति गिरवी रखने का विकल्प नहीं है। यह कदम कृषि क्षेत्र में क्रेडिट पहुंच बढ़ाने के लिए अहम माना जा रहा है।
रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं
भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 6.50 प्रतिशत पर स्थिर रखा है। यह लगातार 11वीं बार है जब रेपो रेट में बदलाव नहीं किया गया। विशेषज्ञों का मानना है कि रेपो रेट स्थिर रहने से बाजार में लिक्विडिटी संतुलित बनी रहेगी। इस फैसले का मकसद महंगाई को नियंत्रित रखते हुए आर्थिक स्थिरता बनाए रखना है।