Saria Cement New Rate: सीमेंट की थैली महंगी तो सरिया के दाम स्थिर, देखे क्या है माजरा

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Saria Cement New Rate: सीमेंट की थैली महंगी तो सरिया के दाम स्थिर, देखे क्या है माजरा, 2 सितंबर तक सीमेंट की कीमत 260 से 270 रुपये प्रति बैग थी, जिसे 3 सितंबर से 50 रुपये बढ़ाकर 310 से 320 रुपये कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ में नौ बड़ी सीमेंट कंपनियों के 14 प्लांट हैं, और देश की कुल सीमेंट मांग का 20% उत्पादन यहां होता है।

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यह इस साल चौथी बार है जब सीमेंट कंपनियों ने कीमतों में वृद्धि की घोषणा की है। हालांकि, कंपनियों ने तीन बार बढ़ी हुई कीमतें वापस ले ली हैं। मांग में कमी के कारण लोहे की छड़ों समेत अन्य निर्माण सामग्री की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं।

सीमेंट कंपनियों द्वारा की गई कीमत बढ़ोतरी के बाद शुरू हुई राजनीतिक लड़ाई ने यह उम्मीद भी बढ़ा दी है कि चौथी बार भी बढ़ी हुई कीमतों की घोषणा वापस ली जा सकती है। इस मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं।

बिना मांग के कीमतों में बढ़ोतरी

सीमेंट कंपनियों ने बाजार में किसी मांग के बिना ही प्रति बैग 50 रुपये की बढ़ोतरी की घोषणा की है। उद्योग से जुड़े सूत्रों के अनुसार, सीमेंट डीलरों के पास पर्याप्त स्टॉक मौजूद है। निर्माण सामग्री के व्यापारियों का कहना है कि बाजार इस बढ़ोतरी का समर्थन नहीं कर रहा है।

स्थानीय स्तर पर सीमेंट, स्टील बार और अन्य निर्माण सामग्री की बिल्कुल मांग नहीं है। सीमेंट कंपनियों द्वारा कीमतों में वृद्धि के लिए एक कार्टेल का गठन किया गया है और ऐसा कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल, ओडिशा जैसे क्षेत्रों में अच्छी मांग है।

कीमत बढ़ाने का चौथा प्रयास

इस साल पिछले पांच महीनों में यह सीमेंट कंपनियों का चौथा प्रयास है कीमतें बढ़ाने का। इससे पहले, 1 अप्रैल से प्रति बैग 30 रुपये की बढ़ोतरी की घोषणा की गई थी, जिसे लोकसभा चुनावों को देखते हुए टाल दिया गया था। इसके बाद 10 जून से कीमत बढ़ाने की घोषणा की गई थी, लेकिन जब बाजार ने इसका समर्थन नहीं किया, तो कंपनियों ने बढ़ी हुई कीमतें वापस ले लीं। तीसरी बार, 6 अगस्त से प्रति बैग 20 रुपये की बढ़ोतरी की घोषणा की गई थी, लेकिन यह फैसला भी वापस लेना पड़ा।

छत्तीसगढ़ में सीमेंट की मांग और राजनीतिक प्रतिक्रिया

छत्तीसगढ़ से जुड़े व्यापारियों के अनुसार, इन दिनों स्थानीय बाजार में सीमेंट की मांग नहीं है। इन दिनों सरकारी कामों के साथ-साथ निजी काम भी रुके हुए हैं। बाजार में मांग की शुरुआत नवरात्रि के बाद ही होने की उम्मीद है।

सीमेंट की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर छत्तीसगढ़ में राजनीति भी गरमा गई है। जहां कांग्रेस विरोध की तैयारी कर रही है, वहीं बीजेपी सांसद बृजमोहन अग्रवाल का कहना है कि कंपनियां मनमानी कर रही हैं और सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए। सांसद ने इस मामले को लेकर केंद्र को पत्र भी लिखा है।

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