ज्यादातर मरीजों में कमजोर इम्युनिटी ही समस्या को बढ़ाती है। इससे विटामिन-बी12, विटामिन-डी और विटामिन-सी की कमी हो सकती है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा नारियल पानी, फल और सब्जियों का अच्छा सेवन करें। ठीक से आराम करो। बुखार होने पर जल्द से जल्द डेंगू की जांच कराएं। साथ ही ब्लड टेस्ट भी कराएं ताकि प्लेटलेट्स की गिनती का पता चल सके।डेंगू मच्छर के काटने से फैलने वाला एक वायरल रोग है। डेंगू का सामान्य बुखार थोड़े इलाज और थोड़ी सावधानी से ठीक किया जा सकता है मगर कई बार डेंगू का बुखार खतरनाक स्तर तक पहुंच जाता है।डेंगू एडीज एजिप्टी नामक मच्छर के काटने से होता है। ये मच्छर साफ और ठहरे हुए पानी जैसे रुके हुए बारिश के पानी में पैदा होते हैं।
मच्छरों से बचने के लिए लंबी बाजू की शर्ट और पैंट पहनें
डेंगू का पता लगाने के लिए डेंगू वायरस एंटीजन और एंटीबॉडी टेस्ट किए जाते हैं। डेंगू एक जानलेवा बीमारी है, इसलिए इसे गंभीरता से लेना जरूरी है। आशंका जताई जा रही है कि नवंबर तक डेंगू के मामले बढ़ जाएंगे, क्योंकि बारिश के बाद भी 4 महीने तक डेंगू के मच्छर पनपते रहते हैं।मच्छरों के काटने से बचने के लिए घर से बाहर निकलते समय रिपेलेंट का प्रयोग करें। साथ ही मच्छरों से बचने के लिए लंबी बाजू की शर्ट और पैंट पहनें।मच्छरों से बचें खासकर सितंबर, अक्टूबर और नवंबर के महीनों में देश में डेंगू के मामले बढ़ने लगते हैं। पिछले कुछ सालों में डेंगू एक आम वायरल बीमारी बन गई है। पिछले कुछ हफ्तों से हो रही भारी बारिश के चलते देशभर में डेंगू के मामले बढ़ने की आशंका जताई जा रही है.

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डेंगू एक सामान्य बीमारी है जिससे आसानी से बचाव संभव है
डेंगू हैमरहेजिक फीवर और डेंगू शॉक सिंड्रोम को सीवियर या डेंगू माना जाता है। इस तरह के डेंगू का अगर सही समय पर इलाज न किया जाए, तो मरीज की जान भी जा सकती है। सीवियर डेंगू बच्चों और बड़ों दोनों को हो सकता है मगर आमतौर पर इसका खतरा बच्चों को ज्यादा होता है। सही समय पर सही इलाज के द्वारा सीवियर डेंगू के मरीजों को बचाया जा सकता है।डेंगू एक सामान्य बीमारी है जिससे आसानी से बचाव संभव है मगर जानकारी के अभाव में हर साल हजारों लोग इसकी चपेट में आते हैं। इसी वजह से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया। इसका उद्देश्य डेंगू के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाना और डेंगू की रोकथाम के लिए पहल करना है।
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सीवियर डेंगू के अन्य लक्षण इस प्रकार हैं
इस दौरान मरीज के खून की जांच करने पर भी डेंगू की ही पुष्टि होती है।मगर 3 से 7 दिन के बाद मरीज में सीवियर डेंगू के लक्षण दिखाई देना शुरू हो जाते हैं। सीवियर डेंगू की शुरुआत से पहले मरीज में डेंगू के सामान्य लक्षण दिखाई देते हैं जैसै बुखार, तेज सिरदर्द, जोड़ों और शरीर में दर्द, भूख न लगना, जी मिचलाना, त्वचा पर लाल-गुलाबी चकत्ते और शरीर में प्लेटलेट्स की कमी आदि।सीवियर डेंगू का सबसे आम लक्षण है शरीर का ठंडा पड़ जाना (38 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान)।
- पेट में भयानक दर्द
- सांस तेज चलने लगना
- जल्दी-जल्दी उल्टी होना
- उल्टी के साथ खून आना
- शरीर में पानी भरने लगना
- मसूड़ों और नाक से खून निकलने लगना
- लिवर में सूजन हो जाना
- प्लेटलेट्स का बहुत तेजी से गिरना
- सुस्ती और बेचैनी होना