ऐसे करते है नकली DAP की पहचान, अगर आप भी अपने खेतों में करते है इस्तेमाल तो ये देखे चेक करने का जुगाड़

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ऐसे करते है नकली DAP की पहचान, अगर आप भी अपने खेतों में करते है इस्तेमाल तो ये देखे चेक करने का जुगाड़, DAP (डाय अमोनियम फॉस्फेट) एक महंगा उर्वरक है, जिसके कारण इसमें मिलावट होने की संभावना अधिक रहती है। अक्सर किसान यह महसूस करते हैं कि उनकी फसल की पैदावार में कमी आ रही है, और तब जाकर पता चलता है कि उन्हें बाजार में नकली DAP मिल गया। आइए जानते हैं कि किस तरह से देसी जुगाड़ से असली और नकली DAP की पहचान की जा सकती है।

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किसानों को नकली उर्वरक से हो रहा है नुकसान

देश के किसानों के लिए खेती से अच्छी आय प्राप्त करना आसान नहीं है। नकली उर्वरकों के कारण उन्हें कई बार भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। किसानों के अनुसार, नकली DAP उर्वरक के कारण फसल उत्पादन में कमी हो रही है, जिससे उनकी आय पर नकारात्मक असर पड़ता है। DAP का उपयोग फसलों की बढ़वार और बेहतर उत्पादन के लिए किया जाता है, लेकिन नकली DAP में पोषक तत्वों की कमी के कारण मिट्टी की उर्वरता भी घटने लगती है।

नकली DAP से पैदावार पर असर

बेगूसराय के किसान प्रो. रामकुमार सिंह, विनोद सिंह और राजीव कुमार बताते हैं कि DAP की एक बोरी की कीमत लगभग ₹1450 होती है, जिसे किसान फसल में अधिक उत्पादन के लिए इस्तेमाल करते हैं। लेकिन, तीन महीने बाद फसल की कटाई के बाद ही यह पता चलता है कि DAP असली था या नकली। अगर उत्पादन अच्छा होता है तो किसान मान लेते हैं कि उर्वरक असली था, और अगर उत्पादन में गिरावट आती है, तो यह साबित होता है कि बाजार से नकली DAP खरीदी गई थी।

असली और नकली DAP की पहचान का तरीका

कई किसानों को यह भी जानकारी नहीं होती कि जो उर्वरक वे खरीदते हैं, उसका वजन कितना है और कैसे असली-नकली की पहचान की जाए। महाराष्ट्र सरकार ने नकली उर्वरक और बीजों के खिलाफ सख्त कानून बनाए हैं, जिसके तहत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। लेकिन बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में इस तरह की जांच प्रभावी ढंग से नहीं हो रही है।

विशेषज्ञ की सलाह: देसी जुगाड़ से असली DAP की पहचान

कृषि विशेषज्ञ अंशुमान द्विवेदी ने बताया कि DAP दुनिया का सबसे लोकप्रिय फॉस्फोरस आधारित उर्वरक है। इसका उपयोग पौधों में नाइट्रोजन और फॉस्फोरस की कमी को पूरा करने के लिए किया जाता है। इसमें 18 प्रतिशत नाइट्रोजन और 46 प्रतिशत फॉस्फोरस होता है। असली और नकली DAP की पहचान के लिए उन्होंने एक देसी जुगाड़ बताया कि किसान DAP के कुछ दाने हाथ में लेकर चूने के साथ मिलाकर उसे तंबाकू की तरह रगड़ें। अगर इससे तेज गंध निकलती है, जिसे सहन करना मुश्किल हो, तो समझ लें कि DAP असली है।

नकली उर्वरक से बचाव के लिए जागरूकता और सख्त कानून जरूरी

नकली DAP उर्वरक की समस्या से निपटने के लिए किसानों को जागरूक करना और सरकार द्वारा सख्त जांच और नियंत्रण लागू करना आवश्यक है। इससे किसान बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सकेंगे और खेती से अपनी आय बढ़ा सकेंगे। किसानों की भलाई के लिए उर्वरक की गुणवत्ता की जांच और नकली उर्वरकों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो।

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