टमाटर की कीमते हुईं ढेर, यहाँ देखिये टमाटर के नए भाव कुछ दिनों से सब्जियों का राजा टमाटर के तेवर चढ़े हुए हैं। पिछले दो महीने से टमाटर की कीमत लगातार गिर रही है। टमाटर की कीमत अब तक सबसे ज्यादा बढ़ी है। अब खुदा टमाटर 200 से 250 रुपये प्रति किलो है। मंडियों में टमाटर की सप्लाई बाढ़ और बारिश से प्रभावित हुई है, इसलिए टमाटर की कीमतें लगातार बढ़ी हैं।
थोक और खुदरा बाजार में बढ़ी लागत
कम मात्रा में टमाटर मिलने से थोक और खुदरा बाजार में इसकी लागत लगातार बढ़ रही है। मंडियों में टमाटर की कीमत 200 रुपये प्रति किलो से अधिक हो गई है। सप्ताह भर पहले, प्रति किलो 100 से 150 रुपये बिक रहा था। टमाटर का मूल्य सबसे अधिक बढ़ा है। 25 किलो टमाटर प्रति कैरेट उत्तराखंड के थोक बाजार में 4100 रुपये है।
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क्योंकि इसमें ट्रांसपोर्टेशन, मुनाफा मार्जिन आदि शामिल हैं, इसकी कीमत 5000 रुपये प्रति कैरेट हो जाती है जब यह दिल्ली थोक मार्केट में पहुंचता है। इस मौसम में प्रति कैरेट टमाटर की कीमत 1200 से 1400 रुपये थी, लेकिन आज 5000 रुपये है। लोगों का खर्च बढ़ा है क्योंकि टमाटर ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
टमाटर की कीमतों में वृद्धि के कारण
टमाटर की कीमतों में इतनी तेजी से वृद्धि के कई कारण हैं। सबसे पहले, मंडियों में टमाटर की सप्लाई में कमी होने से उत्पादकों को अधिक मुनाफा हो रहा है। मौसम के कारण उत्पन्न होने वाले टमाटरों की मात्रा कम हो गई है। इससे बाजार में टमाटर की वृद्धि हो गई है और कीमतें बढ़नी शुरू हो गई हैं।
दूसरे कारण हैं वित्तीय मुद्दे। टमाटर की उत्पादन और परिवहन में खर्च बढ़ने से किसानों को अधिक खर्च करना पड़ रहा है। इसके कारण वे अधिक खारिज कर रहे हैं जिससे सब्जियों की सप्लाई में कमी हो रही है। इससे टमाटर की मांग ज्यादा हो गई है और इसका प्रभाव मूल्यों पर पड़ रहा है।
टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी का तीसरा कारण यह है कि वर्ष 2023 में बारिश की मात्रा में कमी हो गई है। अधिकतर राज्यों में खराब मौसम के कारण फसलों का प्रभावित होना हुआ है। इससे टमाटर के पैदावार में भी कमी हो गई है और कीमतें बढ़नी शुरू हो गई हैं।
टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी का समाधान
टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी से निपटने के लिए कई समाधान हैं। सरकार को चाहिए कि वह टमाटर की आयात बढ़ाए ताकि देश में कमी न हो। इससे टमाटर की कीमतों में आई बढ़ोतरी रुकेगी और लोगों को आराम से टमाटर मिलेगा।
दूसरे कदम के रूप में, किसानों को नई और अधिक तकनीक का उपयोग करके टमाटर की उत्पादन को बढ़ाने की जरूरत है। उन्हें सही तरीके से पशुओं को पानी पिलाना, खरपतवार से बचने के लिए उचित उपाय अपनाना और उपयुक्त खेतीबाड़ी तकनीक का उपयोग करना चाहिए। इससे टमाटर की पैदावार बढ़ेगी और कीमतें कम होंगी।
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