Weather Update: देश के इन राज्यों में मौसम ने बदला रुख, जाने आज के मौसम का रंगीन मिजाज आजकल देश में मौसम का एक अलग ही मिजाज देखने को मिल रहा है,दिल्ली-एनसीआर में पिछले डेढ़ महीने से पड़ रही कड़ाके की ठंड, लेकिन अब इसका प्रकोप काफी कम हो गया है. 26 जनवरी के आसपास दिल्ली में झमाझम बारिश हुई थी, जिसके बाद से पड़ी कड़ाके की ठण्ड,लेकिन अब मौसम विभाग के अनुसार देश के इन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार राज्यों में तेज धूप निकलने के कारण न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है
फरवरी महीने में हो रहा गर्मी का एहसास

बढ़ते हुए तापमान के कारन पूरे उत्तर भारत में फरवरी के महीने में हो रहा गर्मी का शोर. वहीं आने वाले 3 दिनों तक 11, 12 और 13 फरवरी तक दिन के समय चलेगी जोरदार सतही हवाएं . पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी का असर दिल्ली में भी दिखेगा.भारतीय मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, दिल्ली में आज न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक बना रहने की सम्भावना है।
यह भी पढ़े: खंडवा में मौलवी पर हुआ जानलेवा हमला, इमाम व उसके साथी के सीने में चाकू मारकर जान लेने की कोशिश
राजस्थान के साथ बढ़ेगा इन राज्यों में गर्मी का शोर
तापमान में हो रहे इस तेजी से बदलाव के कारन राजस्थान में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 29 डिग्री सेल्सियस तापमान आका गया है, वही मध्य प्रदेश में भी न्यूनतम तापमान की बात करे तो यह 13 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा, यूपी के लखनऊ में न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस तापमान और अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा, बिहार में भी हुयी तापमान की भरी बढ़ोतरी यहाँ न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
Weather: देश के इन राज्यों में मौसम ने बदला रुख, जाने आज के मौसम का रंगीन मिजाज
मार्च महीने में बढ़ेगा गर्मी का पारा

मौसम विभाग के अनुसार मौसम में हो रहे इस तेज बदलाव के बीच मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार मार्च महीने में बढ़ेगा गर्मी का पारा, इस बार तापमान 40 डिग्री तक जा सकता है. इस बार अधिक तपिश के चलते समय से पहले फसलें पक सकती हैं. पिछले वर्ष मार्च में आया मौसम में बदलाव अभी से जोर पकड़ने लगा है.
बढ़ती गर्मी से फसलों पर पड़ेगा असर
बढ़ती हुयी गर्मी के कारण इस बार इस सीजन की फसल गेंहू हो सकती है फोर्स मैच्योरिटी का शिकार इससे फसलों के उत्पादन बहुत गहरा असर पड़ेगा. CSA के मौसम विभाग ने पिछले पांच दशकों के डेटा का अध्ययन किया है.जो इस बार मार्च में सबसे ज्यादा गर्म माना गया है।