Bakri Palan: ये है लाखो की आमदनी देने वाली टॉप की बकरिया, जानिए इनके बारे में, हमारे देश में गाय-भैंस के बाद बकरी पालन सबसे अधिक किया जाता है। विश्व में भारत बकरी पालन के मामले में प्रथम स्थान पर है। यहां अच्छे मांस और दूध उत्पादन के लिए कई नस्लों का पालन किया जाता है।
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Goat Farming Business
आजकल बकरियों की दूध और मांस की मांग मार्केट में बढ़ती जा रही है। बकरियों के दूध में मल्टी विटामिन पाए जाते हैं। हालांकि बकरी का दूध गाय और भैंस के दूध से महंगे बिकते हैं। तो आप भी अगर अच्छी नस्ल की बकरी का पालन (goat farming) करते हैं तो अच्छे पैसे कमा सकते हैं।
ये है लाखो की आमदनी देने वाली टॉप की बकरिया, जानिए इनके बारे में
पूरी जानकारी प्राप्त करे इन बकरियों के बारे में
जमुनापारी नस्ल की बकरिया (Goat Farming)
जमुनापारी भारत में पाई जाने वाली अन्य नस्लों की तुलना में सबसे ऊंची तथा लम्बी होती है। यह उत्तर प्रदेश के इटावा जिला, गंगा, यमुना और चम्बल नदियों से घिरे क्षेत्र में पायी जाती है। इसके नाक काफी उभरे रहते हैं। जिसे रोमन नाक कहते हैं।
बरबरी नस्ल की बकरियां (Goat Farming)
बरबरी नस्ल की बकरियां मुख्य रूप से मध्य और अफ्रीका में पाई जाती है। इस नस्ल के नर व मादा सर्वप्रथम पादरियों द्वारा भारत में लाया गया था। अब यह नस्ल उत्तर प्रदेश के मथुरा, आगरा व भारत के अन्य जगहों पर भी पाई जाती है।
ब्लैक बंगाल नस्ल की बकरिया (Goat Farming)
इस प्रजाति की बकरियां पश्चिम बंगाल और झारखंड में अधिक पाई जाती है। इनके शरीर गठीला होने के साथ बीच में अधिक मोटा होता है। ये बकरियां काले रंग की होती हैं।
ये है लाखो की आमदनी देने वाली टॉप की बकरिया, जानिए इनके बारे में
ओस्मानाबादी नस्ल की बकरियां (Goat Farming)
ओस्मानाबादी नस्ल की बकरियां ज्यादातर तेलंगाना, कर्नाटक और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में अधिक पाई जाती हैं। इनका रंग ज्यादातर सफेद काला या भूरा होता है या फिर इन्हीं तीनों रंगों के मिश्रण में भी पाई जाती है।
जखराना नस्ल की बकरिया (Goat Farming)
जखराना नस्ल अलवर जिले के जखराना गांव की है। इस नस्ल की बकरियां ज्यादातर राजस्थान के अलवर जिले और उसके आसपास के क्षेत्रों में पाई जाती हैं। यह बकरियां देखने में बड़ी होती है।
सोजत नस्ल की बकरिया (Goat Farming)
यह बकरियां ज्यादातर राजस्थान के सोजत और जोधपुर में पाई जाती है। इस नस्ल की बकरियों के सींग नहीं होते हैं चाहे वह नर हो या मादा। इन बकरियों के दूध देने की क्षमता भी अच्छी होती है। इनकी मांस भी पसंद किए जाते हैं। इनके कान 10 इंच तक लंबे होते हैं।