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फेफड़ो को रखना चाहते है हेल्दी और दुरुस्त तो करे ये 3 एक्सरसाइज, बीमारियों को आस पास भी नहीं फटकने देगा

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फेफड़ो को रखना चाहते है हेल्दी और दुरुस्त तो करे ये 3 एक्सरसाइज, बीमारियों को आस पास भी नहीं फटकने देगा, फेफड़ों के बिना सांस लेना संभव नहीं है। इसका मतलब है कि फेफड़ों को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है। अगर फेफड़ों में किसी भी प्रकार की समस्या होती है, तो गंभीर बीमारियों का खतरा हो सकता है। इसलिए, इन 3 एक्सरसाइज को रोजाना करके आप अपने फेफड़ों को पूरी तरह से स्वस्थ रख सकते हैं।

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बदलते मौसम के साथ आती हैं बीमारियां

मौसम के बदलाव के साथ श्वसन संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, खासकर सर्दियों के मौसम में। सर्दियों में सांस से जुड़ी समस्याएं जैसे इंफेक्शन, अस्थमा, सर्दी-जुकाम अधिक हो जाती हैं। विशेष रूप से उत्तर भारत के लोगों के लिए फेफड़ों को स्वस्थ रखना बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। यहां हर साल पराली जलाने की वजह से प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है, जिससे बहुत से लोग श्वसन रोग, अस्थमा और अन्य बीमारियों से पीड़ित होते हैं। इसलिए, सभी को अपनी डेली रूटीन में कुछ एक्सरसाइज शामिल करनी चाहिए, जिससे फेफड़े स्वस्थ रह सकें।

फेफड़ों का महत्व और उनकी देखभाल

स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. एसपी राय के अनुसार, फेफड़ों का मुख्य कार्य श्वास लेना होता है। इसके साथ ही, फेफड़े रक्तचाप को नियंत्रित करने और शरीर में तरल पदार्थ का संतुलन बनाए रखने का काम भी करते हैं। खासकर उन लोगों के लिए जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है या जो सूजन की दवाइयां लेते हैं, उनके लिए फेफड़ों का स्वस्थ रहना जरूरी है। इसलिए लोगों को फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए जागरूक करना भी जरूरी है। आइए जानते हैं फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए कुछ सरल एक्सरसाइज।

1. श्वास गति के साथ व्यायाम

इस एक्सरसाइज का तरीका यह है कि आपको अपने मूवमेंट के साथ सांस लेना है, जैसे दौड़ते या साइकिल चलाते समय। दो कदम उठाएं और फिर सांस लें, फिर दौड़ते समय सांस बाहर छोड़ें। इस प्रक्रिया को दोहराते रहें। इससे फेफड़ों की रक्त संग्रहण क्षमता बढ़ती है और फेफड़े मजबूत होते हैं।

2. तेज चलने के साथ श्वास अभ्यास

इसे करने के लिए पहले एक सपाट जगह चुनें, जैसे मैदान या खाली जगह। यहां आपको चलना शुरू करना है। 5 मिनट तक धीरे-धीरे चलने से शरीर एक्सरसाइज के लिए तैयार हो जाता है। अब आपको अपने कदमों की गति बढ़ानी है, और तेज चलते समय 2-3 सेकंड के लिए सांस अंदर लें और फिर सांस बाहर छोड़ें। यह प्रक्रिया करीब 30 मिनट तक करें। इस एक्सरसाइज से रक्त शुद्ध होता है, रक्तचाप नियंत्रित होता है और रक्त प्रवाह बेहतर होता है।

3. प्राणायाम (अनुलोम-विलोम)

यह एक्सरसाइज फेफड़ों और श्वसन के लिए सबसे प्रभावी मानी जाती है। इसे करने से फेफड़ों की इम्यूनिटी मजबूत होती है। इसे करने के लिए पद्मासन में बैठें। अब दाएं हाथ के अंगूठे से दाएं नथुने को बंद करें और बाएं नथुने से सांस अंदर लें। फिर रिंग फिंगर से बाएं नथुने को बंद करके दाएं नथुने से सांस बाहर छोड़ें। इस प्रक्रिया को कुछ समय तक लगातार दोहराते रहें।

ट्रेकिंग और अन्य शारीरिक गतिविधियां

हालांकि, दिल्ली और आसपास के लोग ट्रेकिंग नहीं कर सकते, क्योंकि यह पहाड़ों पर की जाती है। लेकिन वे तेज दौड़ और एक्सरसाइज कर सकते हैं ताकि फेफड़ों की क्षमता बढ़ सके। ट्रेकिंग श्वसन रोगों को दूर रखने में मदद करती है और शारीरिक गतिविधि को बढ़ाती है। कम ऑक्सीजन वाले क्षेत्रों में भी ट्रेकिंग से सांस लेने में मदद मिलती है।

इन एक्सरसाइजों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप न केवल फेफड़ों को स्वस्थ रख सकते हैं, बल्कि श्वसन रोगों से भी बच सकते हैं।

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